बढ़िया अंदाज है कविता बनाने का।
अहा ! कितना छोटा पर सुन्दर फूल है ।
कल्पना की उड़ान मेंसपनों के जहान मेंमिट्टी के घरोंदे बनातेजब उँगलियाँ सनी,कबिता बनी ।फ़ूलों से गँध चुरातितली से रँग अहसास के समन्दर मेंसीपियाँ चुनी,कविता बनी ।अनूप
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3 comments:
बढ़िया अंदाज है कविता बनाने का।
अहा ! कितना छोटा पर सुन्दर फूल है ।
कल्पना की उड़ान में
सपनों के जहान में
मिट्टी के घरोंदे बनाते
जब उँगलियाँ सनी,
कबिता बनी ।
फ़ूलों से गँध चुरा
तितली से रँग
अहसास के समन्दर में
सीपियाँ चुनी,
कविता बनी ।
अनूप
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