3/01/2006

एक पत्र भगवान के लिये

कुछ दिन पहले मेरे पास एक मेल आया. उसमें बच्चों के पत्र भगवान के नाम थे. बेहद प्यारे, भोले, मासूम पत्र. शायद आप में से कई ने पढे होंगे इन्हें . आज मेल बॉक्स की सफाई अभियान शुरु की तो इस मेल पर ध्यान आया. ये अंग्रेज़ी में हैं पर बच्चों के मन की भाषा, उनके विश्वास की भाषा शायद हर जगह एक ही होती है .

होती है न ? आप ही बतायें.



प्रिय भगवान ,
आप सचमुच अदृश्य हैं या ये कोई ट्रिक है ?



प्रिय भगवान ,
आपने ज़िराफ को , जैसा वह दिखता है, वैसा ही बनाना चाहा था या वो आपसे गलती से ऐसा हो गया ?




प्रिय भगवान ,
मैं बडा होकर बिलकुल अपने पिता जैसा दिखना चाहता हूँ , बस इतने सारे बाल नहीं





प्रिय भगवान ,

मैं वसंत का इंतज़ार करता रहा पर अब तक वसंत नहीं आया . आप भूलना मत




प्रिय भगवान
लोगों के मरने के बाद आपको नये आदमी बनाने पडते हैं फिर ऐसा क्यों न करें कि जो
अभी हैं उनसे ही काम चलायें




प्रिय भगवान
मैं चर्च में शादी देखने गया और उन्हों न्रे वहीं चुंबन लिया . क्या ये सही है ?




प्रिय भगवान
आपको मेरी चिंता करने की ज़रूरत नहीं . मैं (सडक पार करते वक्त ) दोनो ओर देखता हूँ




प्रिय भगवान
मुझे लगता है कि स्टेपलर आपका सबसे बडा आविष्कार है




प्रिय भगवान
मैं कभी कभी आपके बारे में सोचता हूँ ,तब भी जब प्रार्थना नहीं कर रहा होता





प्रिय भगवान
क्या बाईबल के समय में लोग वाकई वैसी (अलंकृत ) भाषा बोलते थे ?






प्रिय भगवान
मैं अमरीकी हूँ . और आप ?




प्रिय भगवान
शुक्रिया , छोटे भाई के लिये, लेकिन मैंने तो आपसे एक पिल्ले के लिये कहा था





प्रिय भगवान
ज़रूर आपको सारी दुनिया से प्यार करना बेहद मुश्किल होता होगा . मेरे परिवार में तो सिर्फ चार सदस्य हैं और मैं फिर भी उनको हर वक्त प्यार नहीं कर पाता





प्रिय भगवान
ईस्टर और क्रिसमस के बीच कृपया एक छुट्टी डाल दें ,उस बीच अभी कुछ भी अच्छा नहीं





प्रिय भगवान
अगर आप चर्च में मुझे देखेंगे तो इसबार मैं आपको अपने नये जूते दिखाऊँगा





प्रिय भगवान
अगर हमें दुबारा आना है फिर पैदा होकर तो मुझे प्लीज़ जेनिफर मत बनाना, मुझे उससे बेहद चिढ है




प्रिय भगवान
मुझे नौ सौ साल तक बाइबल के उस आदमी की तरह जीना है





प्रिय भगवान
अगर आप मुझे अलादीन का चिराग दें तो बदले में मैं आपको कुछ भी दे सकता हूँ , सिवाय मेरे पैसे और शतरंज के





प्रिय भगवान
हमें स्कूल में बताया कि एडीसन ने बिजली बनाई . फिर रविवार स्कूल में बताया कि आपने प्रकाश दिया. मेरा पक्का विश्वास है कि एडीसन ने आपका आइडिया चुराया होगा



प्रिय भगवान
प्लीज़ डेनिस को इसबार किसी दूसरे स्कूल भेज दो




प्रिय भगवान
अगर आपने डाइनासोर को एक्स्टिंक्ट नहीं किया होता तो हम नहीं होते , आपने बिलकुल ठीक किया




प्रिय भगवान
शायद केन और एबेल एक दूसरे को नहीं मारते अगर उनका अलग कमरा होता. मेरे भाई के साथ तो अलग कमरा काम करता है




प्रिय भगवान
मैं नहीं सोचता कि आपसे बेहतर कोई होगा और मैं इसलिये ये नहीं कह रहा क्योंकि आप भगवान हैं





तो मज़ा लिया न आपलोगों ने भी . और हाँ ये मेल मैंने डीलीट नहीं किया . कभी जब लोगों के कपटपने से मन दुखी होगा तो ये मेल मुझे फिर शांत होने में मदद करेगा.

एक प्रार्थना मेरी भी


प्रिय भगवान
बच्चों को हमेशा ऐसे ही मासूम , भोले और निष्कपट बनाना

3 comments:

Anonymous said...

वाह!! :D

मसिजीवी said...

विश्‍वास वो भी भगवान पर एक दुधारी तलवार है। पर पता नहीं बच्‍चों को इतने खतरनाक खिलौने दिए जाने भी चाहिए या नहीं।
पर साथ ही लगता है नास्तिकों की संताने कितनी मोहक दुनिया से वंचित हो जाती हैं।

renu ahuja said...

प्र्त्यक्षा,
इत्ने सुंदर और मोहक मेल में एक और वाक्या शामिल कर लो.:-
" प्रिय भगवान,
मम्मी और मैड़्म की भवें अक्सर जुड़ जाती है(गुस्से में त्यौरियां चढ़्ने पर जो हाव-भाव होते हैं),वो तब जब- सब मिल कर धमाल करते हैं, फ़िर शाय्द उनको, ठीक कर्वाने के लिये ही उन्हें ब्यूटी पारलर जाना पड़्ता है,और कभी कभी मैने,आंखों पर धागा चल्ते वक्त, मां की आंखों से आंसू निकलते भी देखे है, हो सके तो इसका कोई उपाय कर्ना".....ये पंक्तियां सचमुच हमारे भ्तीजे की कापी में लिखी मिली थी एक प्त्र लेख्न के दौरान...
खैर आप आप्की ये मेल और बच्चों की मासूमियत सदा सलामत रहे ! शुभ्कामनाएं.