भई वाह...कई तस्वीरें बोलती हैं...रेस्तरां में यूं भी कहानी बुनी जा सकती है...
कैमरा - कैमरा--काम की तस्वीरें धुंधली कर ली --:)
इन्हे देख भूख लग आई आपके शब्दों की :-)
हम तो धुंधलके में कुछ ढूंढ रहे थे......कौन सा है...साउथ एक्स का लगता है !
तस्वीरें बहु अच्छी हैं, श्रीमती जी देर से खाने पर बुला रही हैं, अब जाना ही होगा। विदा!
प्रत्यक्षा आपके जाल घर पर पधारे सभी पाठकोँ को मकर सँक्रात की बधाई और तस्वीरेँ बेहद आकर्षक हैँ
शब्द चित्र खींचने में पारंगत प्रत्यक्षा अब चित्रों से खेल रही हैं? ये भी सुंदर...
तस्वीर सुन्दर लगा दी।
भई वाह...कई तस्वीरें बोलती हैं...रेस्तरां में यूं भी कहानी बुनी जा सकती है...
ReplyDeleteकैमरा - कैमरा--काम की तस्वीरें धुंधली कर ली --:)
ReplyDeleteइन्हे देख भूख लग आई
ReplyDeleteआपके शब्दों की :-)
हम तो धुंधलके में कुछ ढूंढ रहे थे......कौन सा है...साउथ एक्स का लगता है !
ReplyDeleteतस्वीरें बहु अच्छी हैं, श्रीमती जी देर से खाने पर बुला रही हैं, अब जाना ही होगा। विदा!
ReplyDeleteप्रत्यक्षा आपके जाल घर पर पधारे सभी पाठकोँ को मकर सँक्रात की बधाई
ReplyDeleteऔर तस्वीरेँ बेहद आकर्षक हैँ
शब्द चित्र खींचने में पारंगत प्रत्यक्षा अब चित्रों से खेल रही हैं? ये भी सुंदर...
ReplyDeleteतस्वीर सुन्दर लगा दी।
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