tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post7378823327498531106..comments2023-11-02T18:41:57.398+05:30Comments on प्रत्यक्षा: कि ज़मीं से भी कभी आसमाँ मिल गयाPratyakshahttp://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-18442794986004150102010-04-21T06:56:51.969+05:302010-04-21T06:56:51.969+05:30बहुत प्यारी पोस्ट लिखी आपने शुक्रिया......बहुत प्यारी पोस्ट लिखी आपने शुक्रिया......संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-26380480068097070682010-04-20T17:57:32.809+05:302010-04-20T17:57:32.809+05:30कैफ़ी आज़मी के इस गीत पर जिंदाबाद-जिंदाबाद कहने का...कैफ़ी आज़मी के इस गीत पर जिंदाबाद-जिंदाबाद कहने का मन हो गया.......बहुत प्यारी पोस्ट लिखी आपने शुक्रिया......Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-85933703559169237942010-04-16T00:19:20.651+05:302010-04-16T00:19:20.651+05:30मुझे इस बेतुके सेट पर ही हसी आ रही है.. इनकी स्टेय...मुझे इस बेतुके सेट पर ही हसी आ रही है.. इनकी स्टेयरिग भी शायद घूम नही रही...<br /> <br />पर तब भी सेन्सुअसनेस है.. एक labyrinth जैसा है, परत दर परत रस्ते खुलते जाते है...Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-12403716407873154912010-04-15T07:44:06.059+05:302010-04-15T07:44:06.059+05:30गाने की रिकोर्डिंग के समय जब लता जी ने इसे सुना तो...गाने की रिकोर्डिंग के समय जब लता जी ने इसे सुना तो वे भी मचल गयी फिर इस एकल गीत में उनके बेहद अनुरोध पर शीर्षक पंक्ति गवाई गई. है ना कमाल कि बोल और संगीत, इस महान गायिका का चित्त चुरा ले गए. सोचता हूँ कि इसे पोस्ट करने से पहले जाने कितने ख़याल, आपको घेरे हुए रहे होंगे ? अभी पूरा गीत सुना, तापमापी फूट जाने को बैठा हुआ है, रेगिस्तान अप्रेल में ही तप रहा है मगर कुछ भूल गया हूँ.के सी https://www.blogger.com/profile/03260599983924146461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-14996969113706758892010-04-14T18:10:58.962+05:302010-04-14T18:10:58.962+05:30तिलिस्म रच देती हैं आप !!!तिलिस्म रच देती हैं आप !!!सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-69529501943745813812010-04-14T17:29:31.896+05:302010-04-14T17:29:31.896+05:30बम्बई की खाली सड़कें , मरीन ड्राईव का कर्व , बारिश...बम्बई की खाली सड़कें , मरीन ड्राईव का कर्व , बारिश के झपाटे , नवीन निश्चल और प्रिया राजवंश , हँसते ज़ख्म रोते दर्शक , रात में शहर , ऑरकेस्ट्रा के बीच गाड़ी तेज़ी से गीले सड़क पर भागती घूमती , रौशनी , अँधेरा , बारिश प्यार , तेज़ तेज़ मीठा मीठा फिर हँसी और धुँआ और समन्दर की बौछार ............<br /><br /><br />क्या जादुई चित्र खीचा है आपने !!.थोड़ी देर के लिए हम भी इसी समां के हमसफ़र हो गए थे...सिद्धार्थ प्रियदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/06803843436793505127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-90804719921219704552010-04-14T14:07:58.589+05:302010-04-14T14:07:58.589+05:30और उन्से पुछा गया जावेद अख्तर के बारे मे कि वो कैस...और उन्से पुछा गया जावेद अख्तर के बारे मे कि वो कैसे शायर है ?<br />जवाब--वो शायर है क्या ??<br /><br />------------------------------------------------------<br />प्रिथ्वी थियेटर के साम्ने घर है कैफ़ी साहब का,वहा रेह्ते थे /<br /><br />एक शाम,शौकत आज़्मि को देखा,एक मन्चन देख्ने जाते प्रिथ्वी मे,वही एक काली-शा बिल्ली,नक-छ्क काली,एक्दम...उन्के घर एक आस पास और अन्दर बाहर घुम रही थी...हुम वहा ३-४ घन्टे थे,पुरे टाइम वो काली बिल्ली वही घुम्ती नज़र आई .......<br /><br />दुसरे दिन पता चला....कैफ़ी साहब नही रहे..................<br />-------------------------------------------------------<br />ए काश भुल जाउ ..मगर भुल्ता नही...किस शान से उठा था...जनाजा बहार का.......<br /><br />उन्का जिक्र आते ही हीर रान्झा याद आ जाता है /Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-15036301252625080162010-04-14T12:50:07.441+05:302010-04-14T12:50:07.441+05:30sach me jahan mil gaya....
http://dilkikalam-dilee...sach me jahan mil gaya....<br />http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/दिलीपhttps://www.blogger.com/profile/15304203780968402944noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-12568029574962210342010-04-14T12:44:58.010+05:302010-04-14T12:44:58.010+05:30बहुत खूब, लाजबाब !बहुत खूब, लाजबाब !संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-24394454048789612442010-04-14T12:40:22.863+05:302010-04-14T12:40:22.863+05:30सही बात है कुछ तो बात हैसही बात है कुछ तो बात हैKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-79363211699272289922010-04-14T12:29:23.421+05:302010-04-14T12:29:23.421+05:30कितना जादू है ....कितना जादू है ....पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.com