tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post6679856625805555114..comments2023-11-02T18:41:57.398+05:30Comments on प्रत्यक्षा: बाथटब आदमी और कनगोजरPratyakshahttp://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-87138059873470804082007-12-02T04:30:00.000+05:302007-12-02T04:30:00.000+05:30प्रत्यक्षा जी , मै कायल हूं आपके अनूठे शब्दज्ञान औ...प्रत्यक्षा जी , मै कायल हूं आपके अनूठे शब्दज्ञान और प्रयोग का। संजीत एकदम सही कह रहे हैं और और अनूपजी वह कह चुके हैं जो मैं कहना चाहता था। <BR/>शुभकामनाएं ।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-31020983718824711582007-12-01T16:32:00.000+05:302007-12-01T16:32:00.000+05:30आपके शब्दचित्र मूक रहने पर मजबूर से कर देते है क्य...आपके शब्दचित्र मूक रहने पर मजबूर से कर देते है क्योंकि कुछ कहने के लिए शब्द ही नही मिलते, लगता है सारे जहां के शब्दों को आपने अपने मे समेट लिया है अपने शब्दचित्रों के लिए!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-16326791017306571412007-12-01T16:27:00.000+05:302007-12-01T16:27:00.000+05:30अद्भूत………हर पंक्ति के साथ मन डूबता जाता है…अद्भूतअद्भूत………हर पंक्ति के साथ मन डूबता जाता है…अद्भूतपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-46797618833076206132007-12-01T13:49:00.000+05:302007-12-01T13:49:00.000+05:30बड़ी अच्छी चित्रकारी करतीं हैं आप. आप को पढ़ना ख़ुद...बड़ी अच्छी चित्रकारी करतीं हैं आप. आप को पढ़ना ख़ुद में एक ख़ुशनुमा एहसास है. कभी कभी कितनी अजीब लगती है आप की दुनिया. बहरहाल, कमाल.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-62538573320577629082007-12-01T11:04:00.000+05:302007-12-01T11:04:00.000+05:30अच्छा लगा यह शब्द चित्र भी.अच्छा लगा यह शब्द चित्र भी.काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-3687750859744256882007-12-01T09:52:00.000+05:302007-12-01T09:52:00.000+05:30कितने रंग हैं आपके पास...मैं दंग हूँ...कितने रंग हैं आपके पास...मैं दंग हूँ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16964389992273176028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-79110324509390519252007-12-01T07:27:00.000+05:302007-12-01T07:27:00.000+05:301923 का बाथटब। हुम्म-हुम्म करती छाती। कनगोजर।जंगली...1923 का बाथटब। हुम्म-हुम्म करती छाती। कनगोजर।<BR/>जंगली हाथी घास। जोसान-मटिल्डा। रुनझुन प्यानो। तल से सटा कनगोजर। क्या कोलाज है। जलवे हैं भाई। जलवे हैं।शानदार!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-43268455756469085192007-12-01T06:14:00.000+05:302007-12-01T06:14:00.000+05:30प्रत्येक आदमी का प्रयास कि पत्नी के स्वप्न पूर...प्रत्येक आदमी का प्रयास कि पत्नी के स्वप्न पूर्ण हो, पर होते कहां हैं कनगोजर के पैरों की तरह हजारों स्वप्न ।<BR/><BR/><A HREF="http://aarambha.blogspot.com/" REL="nofollow">आरंभ</A> <BR/><A HREF="http://jrcounsel4u.blogspot.com/" REL="nofollow">जूनियर कांउसिल</A>36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.com