tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post5803276938451364227..comments2023-11-02T18:41:57.398+05:30Comments on प्रत्यक्षा: खुश होने का एक बहाना भी चलेगाPratyakshahttp://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-43672851765872951152007-06-17T09:02:00.000+05:302007-06-17T09:02:00.000+05:30अरे गर्मी के बारे में पहले क्यों नहीं लिखा - बरसा...अरे गर्मी के बारे में पहले क्यों नहीं लिखा - बरसात पहले आ जाती :-)उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-19081780391101961762007-06-17T02:26:00.000+05:302007-06-17T02:26:00.000+05:30छोटा पर जानदार!शुक्रिया, उमाशंकर सिंहछोटा पर जानदार!<BR/><BR/>शुक्रिया, उमाशंकर सिंहउमाशंकर सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17580430696821338879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-11174557228142154472007-06-16T23:49:00.000+05:302007-06-16T23:49:00.000+05:30सही है। तमाम स्थानीय शब्द बहुत दिन बाद देखने को मि...सही है। तमाम स्थानीय शब्द बहुत दिन बाद देखने को मिले।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-267037365464681572007-06-16T22:37:00.000+05:302007-06-16T22:37:00.000+05:30हमने खुश होने का कारण देखा कि प्रत्यक्षा ने टैंपल...हमने खुश होने का कारण देखा कि प्रत्यक्षा ने टैंपलेट बदला है, फिर मायूस हुए कि मॉडरेशन भी डाल दिया है।(मायूस इसलिए कि आशंका हुई कि कुछ हुआ क्या)<BR/><BR/>खैर टेंपलेट पसंद आया और मॉडरेशन की सुरक्षा भी सह लेते हैं फॉर बेटर टुमारोमसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-71129116497956582282007-06-16T22:23:00.000+05:302007-06-16T22:23:00.000+05:30सही लिखा.. पूरा जीवन इसी तरह होम होता है..सही लिखा.. पूरा जीवन इसी तरह होम होता है..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-59128856357669889062007-06-16T20:36:00.000+05:302007-06-16T20:36:00.000+05:30राजधानी में बढ़ती घुड़-दौड़ में अगर ऐसा कुछ मिल जाए त...राजधानी में बढ़ती घुड़-दौड़ में अगर ऐसा कुछ मिल जाए तो मन क्यों न कहे कि थोड़ी देर और होती तो मन मुग्ध हो जाता।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-39443224051410854602007-06-16T19:21:00.000+05:302007-06-16T19:21:00.000+05:30नारद पर जो बेटर टुमॉरो दिख रहा है.. उसे लेकर भी बड...<B>नारद</B> पर जो <B>बेटर टुमॉरो</B> दिख रहा है.. उसे लेकर भी बड़ा घिसिर-पिसिर मचा हुआ है.. उसपर भी चार लाईन लिख डालिए, प्लीज़?..azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-89794428814161318632007-06-16T18:13:00.000+05:302007-06-16T18:13:00.000+05:30यही है राजधानी की जिंदगी। अच्छा पकड़ा है आपने। हम ...यही है राजधानी की जिंदगी। अच्छा पकड़ा है आपने। हम सब की खुशियां भी अब आत्मकेंद्रित ही है। हम अपनी ही खुशी में ही खुश होते हैं, अपने ही दुख से दुखी। राजधानी दूसरों की परवाह करने की इजाजत नहीं देतीSatyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.com