tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post113231000036782908..comments2023-11-02T18:41:57.398+05:30Comments on प्रत्यक्षा: नारद जी कहिनPratyakshahttp://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-1132423894706973952005-11-19T23:41:00.000+05:302005-11-19T23:41:00.000+05:30प्रत्यक्षा जी आप का यह जासूसी उपन्यासकार वाला रुप ...प्रत्यक्षा जी आप का यह जासूसी उपन्यासकार वाला रुप तो पहले कभी नहीं देखा था. अगली किश्तों का इंतजार रहेगा. सुनीलSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-1132410182262358512005-11-19T19:53:00.000+05:302005-11-19T19:53:00.000+05:30नर हो न निराश करो मन कोआपलोगों में यही खराबी है. त...नर हो न निराश करो मन को<BR/><BR/>आपलोगों में यही खराबी है. तुरत धर्य खो देते हैं और दलबद्लू का आरोप मढ देते हैं.अभी तो नारदजी का पक्ष सामने लाया गया. प्रभु का निदान और बाबा के चेला का उपाय तो बाकी है. लगता है आपलोग टीवी सीरियल नहीं देखते. धीरे धीरे न ससपेंस बनाया जाता है. एके बार में खेला कईसे खतम किया जाय. फुरजी को भी थोडा मज़ा लेने दिया जाय. देखिये कैसे हमारी तरीफ कर गये. उ तो बाद में पता चलेगा कि तरीफ कितना फिट बैठा.<BR/><BR/>अगला एपीसोड " आकाशवाणी " का इंतज़ार किया जाय सुधि पाठकगणPratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-1132336824227147182005-11-18T23:30:00.000+05:302005-11-18T23:30:00.000+05:30शुकुलजी कहते हैं:-बड़ा बढ़िया लेख लिखा है। बधाई। आ...शुकुलजी कहते हैं:-<BR/>बड़ा बढ़िया लेख लिखा है। बधाई। आगे भी ऐसे ही लिखती रहें।मन खुश हुआ कि कोई और भी है जो आम जनता का ख्याल रखता है।<BR/>लगता है ये फ़ुरसतिया बिना बोले मानेगा नहीं सो उसके भी विचार सुन लीजिये:-<BR/>१. <B>सुना था महफिल में गालिब के उड़ेंगे पुर्जे<BR/> देखने हम भी गये पर तमाशा न हुआ।</B><BR/>२.इतनी सुंदर खिंचाई की भूमिका बनाकर सम्भावनायें झटके से सुला दीं। जनता के मन को ठेस पहुंचा कर क्या मिला आपको?<BR/>३.कविता-कानन से गद्य भूमि में आकर आपने जो महान कार्य किया वो काबिले तारीफ है। हायकू लिखने के आदी हाथों ने इतनी लंबी पोस्ट टाइप<BR/>कर ली। वाह-बधाई।<BR/>४.हमारे दुलारे जीतू जो हमारी खिंचाई को देखने के लिये व्याकुल होंगे वे कहेंगे -<B>खोदा पहाड़ निकली चुहिया।</B><BR/>५.जिनको हम अपना समझते थे वे हमारी खिंचाई के लिये इतने उत्सुक!हे भगवान, काश हम कोई फाइल होते ताकि 'रिसाइकिलबिन' में जाकर<BR/>डिलीट हो जाते।<BR/>६. भोला भाई, जिस तरह तुमने मेरे हित की चिंता की उतनी चिंता तो अमेरिका भी नहीं करता पाकिस्तान,इजराइल की।तुम्हें देखकर लग रहा<BR/>है कि दुनिया में अच्छे लोगों की भी कमी नहीं है।<BR/>७.कुछ दिन खिंचाई में हाथ रवा होने के बाद खींचा जाता तो ज्यादा मज़ा आता।<BR/>८. जो तरीका बताया है इतनी लंबी पोस्ट में टिप्पणी पाने का वो तो सबको पता है।जीतू के ब्लाग में इतनी टिप्पणी अइसे ही थोड़ी हो गईं।<BR/>९. जो लिखा गया उसका मतलब भी समझा दिया होता तो लेख और मजेदार हो गया होता।<BR/><BR/>प्रत्यक्षाजी के लिये केवल 'शुकुलजी' की टिप्पणी है। बाकी फ़ुरसतिया की टिप्पणियां उन साथी ब्लागर के लिये हैं जो अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। ये फ़ुरसतिया भी कहते हैं कि लेख मजेदार है काहे से कि यह टिप्पणी भी शामिल हो गई न लेख में।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-1132333407544292112005-11-18T22:33:00.000+05:302005-11-18T22:33:00.000+05:30शुकुल देव की महिमा अपरमपार है। नारद जी तो नारद जी ...शुकुल देव की महिमा अपरमपार है। नारद जी तो नारद जी देवी प्रति भी अपना देवी रूप धारण न कर पाईं। अर्थात अभी आगे भी पीडितजनों की गुहार नहीं सुनी जायेगी...Manoshi Chatterjee मानोशी चटर्जी https://www.blogger.com/profile/13192804315253355418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-1132322902084600982005-11-18T19:38:00.000+05:302005-11-18T19:38:00.000+05:30मेरे ख्याल से आगे इस कथा पर ज्यादा प्रकाश डालने की...मेरे ख्याल से आगे इस कथा पर ज्यादा प्रकाश डालने की जिम्मेवारी तो फुरजी की बनती है । हय कि नही?Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12521686.post-1132319890103024172005-11-18T18:48:00.000+05:302005-11-18T18:48:00.000+05:30प्रत्यक्षाजीये क्या सारा का सारा पासा ही पलट गया !...प्रत्यक्षाजी<BR/><BR/>ये क्या सारा का सारा पासा ही पलट गया ! हम तो ये सोचे बैठे थे की फुरजी की और खिंचाई होगी. <BR/><BR/>अब तो हमे आप पर ही शक हो रहा है, लगता है इस समझौते की एक पार्टी आप भी है :-(<BR/><BR/>आशीषAshish Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02400609284791502799noreply@blogger.com